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Tally Prime mein Bank Ledger kaise banayein?

टैली प्राइम में बैंक लेजर कैसे बनाएं ?

दोस्तों पिछले पोस्ट में हमने आपको बताया की कैसे आप टैली प्राइम में लेजर बना सकते हो| आज के पोस्ट में हम बात करेंगे की कैसे हम बैंक का लेजर बनाएं जिससे हम आसानी से बैंक रेकन्सीलिएशन और बैंकिंग ज़रूरतों को पूरा कर सकें| 


बैंक लेजर की कॉन्फ़िगरेशन क्यों है ज़रूरी?

दोस्तों, कोई भी व्यवसाय बिना बैंक अकाउंट के अधूरा है, बैंक हमें पैसे जमा करने और निकालने की सुविधा के साथ साथ और भी कई सुविधाएं देता है जैसे की कॅश क्रेडिट अकाउंट, लोन अकाउंट, PCFC फैसिलिटी, फिक्स्ड डिपाजिट और अन्य कई तरह की सुविधाएं बैंक हमें देता है| 

आपने बैंक अकाउंट खुलवाया और टैली में आपने बैंक अकाउंट की सेटिंग ठीक से नहीं की तो आप टैली प्राइम में मिलने वाली सुविधाओं का लाभ नहीं उठा पाएंगे | 

 टैली प्राइम में बैंकिंग सुविधाएं

  1. चेक बुक मैनेज करने की सुविधा 
  2. चेक प्रिंटिंग की सुविधा 
  3. चेक डिपाजिट स्लिप प्रिंट करने की सुविधा 
  4. कॅश जमा करने की स्लिप की सुविधा 
  5. एटीएम ट्रांसक्शन की सुविधा 
  6. क्रेडिट / डेबिट कार्ड से ट्रांसक्शन की सुविधा 
  7. इ-फंड्स ट्रांसफर की सुविधा 
  8. डायरेक्ट बैंक के पोर्टल से जुड़ने की सुविधा  (सिर्फ चुनिंदा बैंकों के लिए)
  9. डिमांड ड्राफ्ट जेनेरेट करने की सुविधा 
  10. इ-पेमेंट की सुविधा 
दोस्तों जब इतनी साड़ी सुविधाएं आपको सिर्फ लेजर कॉन्फ़िगर करने से मिल सकती है तो ये ज़रूरी हो जाता है की आपका बैंक का लेजर ठीक तरह से बने ताकि आप टैली प्राइम में उपलब्ध सुविधाओं का लाभ ले सकें| 

टैली प्राइम में कैसे बनाएं बैंक लेजर?

टैली प्राइम में बैंक लेजर बनाना उतना ही आसान है जितना की कोई अन्य लेजर| 

आप नीचे दी गयी तस्वीर के हिसाब से बैंक लेजर बना सकते है या बैंक लेजर अपडेट कर सकते है :



जैसा कि ऊपर फोटो में दिखाया गया है की बैंक अकाउंट डिटेल्स भरनी है 

A/c Holder's Name: यहाँ पर आपकी कंपनी/फर्म या अगर व्यक्तिगत खाता है तो उसका नाम आएगा 
A/c No.: यहाँ पर आपको बैंक अकाउंट नंबर डालना है - ध्यान रहे अकाउंट नंबर में किसी प्रकार की गलती न हो 
IFS Code: IFSC कोड आपको चेक बुक पर मिल जायेगा, इसे भी ध्यान पूर्वक भरें 
Swift Code: Swift  कोड आपको बैंक से लेना होगा, ये विदेशो से पेमेंट आने के लिए इस्तेमाल होता है 
Bank Name: यहाँ पर बैंक का नाम आएगा 
Bank Branch: यहाँ पर बैंक की ब्रांच का नाम आएगा जो आपको चेक बुक या बैंक स्टेटमेंट पर मिल जाएगी 
BSR Code: BSR कोड आपको बैंक से मिल जायेगा 
Client Code: Client कोड भी आपको बैंक ही देगा (ये आपको E payment करने के लिए इस्तेमाल होगा)

उसके बाद आती है बैंक कॉन्फ़िगरेशन 



बैंक कॉन्फ़िगरेशन में सबसे पहला ऑप्शन है चेक बुक मैनेज करने का, इस ऑप्शन को यस करते ही आपके सामने  चेक बुक की डिटेल्स भरने के लिए कहा जायेगा 




यहाँ पर आपको अपनी चेक बुक की डिटेल्स भरनी है उसके बाद टैली प्राइम अपने आप आपको चेक की सीरीज कैलकुलेट करके देगा की कौन सा चेक किस पार्टी को दिया है और कौन सा चेक कैंसिल हुआ है| टैली आपको इसकी पूरी रिपोर्ट देता है| इससे आपको कोई भी चेक गुम होने का चांस भी नहीं रहेगा | 

उसके बाद बारी आती है चेक प्रिंटिंग की, इस ऑप्शन को यस करते ही आपके सामने बैंक के कुछ पहले से बने हुए फॉर्मेट दिखाई देंगे, उनमे से जो फॉर्मेट आप इस्तेमाल कर रहे हो वो आपको सेलेक्ट करना है| 

उसके बाद आपको ऑटो रेकन्सीलिएशन का ऑप्शन दिखेगा जिसे आपको यस कर देना है, ये आपको बैंक की साइट से डाउनलोड की हुई एक्सेल की स्टेटमेंट को  ऑटोमेटिकली रेकन्सीलिएशन करने की सुविधा देता है  (इसके बारे में हम आपको आगे चलकर डिटेल में बताएंगे). 

इ-पेमेंट्स इन टैली 

दोस्तों अगर आप नेट बैंकिंग इस्तेमाल करते है और सभी पार्टीज को पेमेंट E - Payment मोड में करते है तो ये फीचर आपके लिए बहुत उपयोगी है| इस फीचर में आप पेमेंट का बल्क डाटा टैली से सीधे बना कर अपने बैंक की साइट पर अपलोड कर सकते है उसके लिए आपको अलग से किसी यूटिलिटी या फाइल की ज़रूरत नहीं पड़ेगी| इस फीचर को एक्टिवटे करने के बाद टैली प्राइम आपको मैसेज देगा कि इस फीचर को उसे करने के लिए आप एक बार अपने बैंकिंग रिलेशनशिप मैनेजर से संपर्क करें, ये मैसेज सिर्फ इसलिए होगा ताकि बल्क अपलोडिंग फाइल बैंक के फॉर्मेट में हो (इस फीचर के बारे में आपको आगे चलकर बताएंगे)


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